राघव चड्ढा ने दिल्ली सेवा बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेजने का प्रस्ताव रखा था. प्रस्ताव में उन्होंने इस कमिटी के लिए सदस्यों का नाम भी उन्होंने दिया.

गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को आरोप लगाया कि आप नेता ने दिल्ली सेवा विधेयक को चयन समिति को भेजने के प्रस्ताव में पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर किये. आरोपों का खंडन करते हुए पार्टी ने दावा किया कि नियमानुसार चयन समिति को प्रस्ताव भेजते समय हस्ताक्षर की कोई जरूरत ही नहीं होती है.

इनमें से चार सदस्यों ने, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी, डॉक्टर एम थंबीदुरई, एस फैगनॉन कान्याल और बीजू जनता दल (बीजेडी) के डॉक्टर सस्मित पात्रा ने अपना नाम बिना सहमति लिए सलेक्ट कमेटी के लिए प्रस्तावित करने पर आपत्ति जताई.