अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करते हुए राजनीति में आये थे. पर समय का चक्र ऐसा चला कि अब वो खुद भी भ्रष्टाचार के घेरे में आ चुके हैं. उनके दो करीबी साथी जेल में हैं.
तो एक जमानत पर बाहर हैं. और एक-दो ऐसे भी हैं जिन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. पर शराब घोटाले में केजरीवाल ऐसे फंसे हैं कि अब बात नेताओं के जेल जाने की नहीं हैं पुरी की पुरी आम आदमी पार्टी पर अब सवाल खड़े हो गए हैं.
दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में एक बड़े घटनाक्रम में, भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि प्रवर्तन निदेशालय आप को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी बनाने और धारा 70 लागू करने पर विचार कर रहा है. धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) परोक्ष दायित्व के पहलू की जांच करेगा.
मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए जांच एजेंसियों की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि वे शराब नीति अनियमितता मामले में आप को यानी केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाने पर विचार कर रहे हैं.
शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया जेल से बाहर आने की कोशिश कर रहे हैं. जमानत याचिका पर सुनवाई होनी हैं. तो वही संजय सिंह तो बुरे नप गए हैं. और अब बारी केजरीवाल की हैं. सिर्फ केजरीवाल अब जेल नहीं जाएंगे. ब्लकि जब आम आदमी पार्टी को इस घोटाले का आरोपी बनाया जाएंगा तो केजरीवाल की पार्टी भी खत्म हो जाएंगी.