देशभर के जज गहलोत के साथ साथ कांग्रेस के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. जिसकी वजह से गहलोत को घुटनों पर आकर जजों से मांफी मांगनी पड़ी है. आखिर ऐसा क्या हुआ कि गहलोत कांग्रेस को भी ले डूबे. दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाईकोर्ट में एक माफीनामा दाखिल किया और अपनी उस टिप्पणी के लिए  बिना शर्त माफी मांगी.

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 जिसमें उन्होंने कहा था कि न्यायपालिका में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है. गहलोत ने कहा था कि कुछ न्यायाधीश वकीलों के जरिए तैयार किए गए फैसले सुना रहे हैं. न्यायपालिका में भ्रष्टाचार शामिल है. ‘मैंने सुना है कि कुछ वकील खुद ही फैसला लिख लेते हैं और वही फैसला सुनाया जाता है’. गहलोत के इस बयान पर एक वकील ने उनके खिलाफ कोर्ट में याचिका दाखिल की.

अपनी इसी बेहुदी टिप्पणी पर गहलोत चारों तरफ से फंस गए. ना सिर्फ वकीलों जजों ने बल्कि बीजेपी ने भी गहलोत की लंका लगा दी. और याद दिला दिया कि जो सरकार खुद भ्रष्टाचार में लिप्त है. जिसके मंत्री विधायक ईडी के जाल में घोटालेबाजी में फंसे हुए हैं.

राजस्थान के लिए बीजेपी ने तैयार की 40 धुरंधरों की लिस्ट

करोड़ों की सौगात देने के बाद अब पीएम मोदी राजस्थान की पहली स्पेशल हेरिटेज ट्रेन का उद्धाटन करने वाले हैं. इसी बीच एक और बड़ी खबर ये आ रही है कि बीजेपी जल्द ही अपने उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी करने वाली है. बीजेपी जो धुरंधर इस बार मैदान में उतार रही है.

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सोशल मीडिया पर बीजेपी के 40 उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट वायरल हो रही है. इस लिस्ट में कई बड़े बड़े नेताओं के नाम भी शामिल है जो अभी केंद्र की राजनीति में है बीजेपी उन्हें इस बार राजस्थान में उतारकर अपना मुकाबला मजबूत करना चाहती है. जोधपुर की सरदारपुरा विधानसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अशोक गहलोत में सीधा मुकाबला हो सकता है.

राजनीतिक क्षेत्रों में इसे बीजेपी आलाकमान का एक साहसिक फैसला माना जा रहा है. क्योंकि पिछले 25 साल से पांच बार से गहलोत लगातार सरदारपुरा से विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं. ऐसे में अगर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मैदान में उतरे.

पायलट गुट ने एक बार फिर किया बवाल

चुनाव से पहले पायलट गुट ने फिर बवाल शुरू कर दिया है. गहलोत के खिलाफ एक बार फिर पायलट गुट के नेता दिल्ली तक पहुंच गए हैं. दरअसल, कांग्रेस की रणनीति को लेकर कांग्रेस नेताओं में ही सहमति नहीं दिख रही है. चुनावी रणनीति को लेकर पायलट गुट के कई नेता नाराज दिख रहे हैं.

कांग्रेस नेताओं में नाराजगी की वजह बाकी नेताओं को दरकिनार कर सिर्फ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनकी सरकार के प्रचार-प्रसार को लेकर है. उन्होंने अपनी नाराजगी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तक पहुंचाई है. नाराज नेताओं का कहना है कि अब तक केवल अशोक गहलोत की फोटो के ही होर्डिंग्स-पोस्टर लगाए गए हैं.