केजरीवाल जी के चहेते सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के बाद अब उनकी पार्टी का कोई बड़ा नेता उनके साथ नहीं हैं. एक बचे हैं राघव चड्डा. बेचारे वो भी शराब घोटाले की रडार में हैं. औऱ तो और अब तो विपक्षी पार्टियों ने भी केजरीवाल से किनारा कर लिया हैं.
कूछ नेता जरुर घोटाले पर हो रहे एक्शन को लेकर बयान दे रहे हैं. कुछ विपक्ष के नेताओ ने तो संजय सिंह के घर पर जाकर उनके परिवार वालों से मूलाकात भी की हैं. ये वो नेता हैं जो खुद भष्ट्रचार मे फंसे हैं. पर धीरे धीरे ये सब भी किनारा करते नजर आ रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल भी समझ चूके हैं कि उनका बचना मुश्किल हैं. इसलिए कैमरे के सामने आकर मौहर बनाने की कोशिश कर रहे हैं. ये जताने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके साथ. उनकी पार्टी के साथ गलत हो रहा हैं. पर जांच एंजेसियों के पास पुख्ता सबूत हैं. और इन सबूतों के आधार पर ही एक्शन हो रहा हैं.