भारत-चीन अध्ययन और रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों का कहना है कि मीडिया सहित भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों पर अपनी पकड़ खत्म करने के लिए चीनी ऑक्टोपस के जाल को बेरहमी से काट दिया जाना चाहिए. हालाँकि, ये अल्पकालिक लक्ष्य नहीं होंगे और भारत को बीजिंग से निपटने में अपने सामरिक, रक्षात्मक और प्रतिक्रियावादी दृष्टिकोण को छोड़ने की आवश्यकता है.
भारत को अपने अतीत में गहराई से उतरना होगा और एक लोकतंत्र के रूप में फलते-फूलते हुए अपने उत्तरी पड़ोसी से निपटने के लिए वैश्विक समझ के साथ-साथ सर्वोत्तम “जमीनी स्तर की सनातनी विरासत” को सामने लाना होगा.
यह ऐसे समय में और भी महत्वपूर्ण है, जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक भारतीय समाचार पोर्टल न्यूज़क्लिक के बारे में खुलासे हुए हैं, जिसे कथित तौर पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता नेविल रॉय सिंघम द्वारा चीन समर्थक और भारत विरोधी प्रचार फैलाने के लिए वित्त पोषित किया जा रहा है. सीसीपी पर इस समाचार पोर्टल का उपयोग करके वर्तमान सरकार के खिलाफ काम करने वाले कई व्यक्तियों को वित्त पोषित करने के लिए गंभीर आरोप भी लगाए जा रहे हैं.
चीन युद्ध लड़े बिना युद्ध जीतने के सिद्धांत में विश्वास करता है. “सेनाओं को केवल विजय परेड में ही मार्च करना चाहिए- यह शासन कला और कूटनीति की एक प्राच्य समझ है.”
Dr. Manish Kumar is best known for his show, Black And White, and his role as the Editor-in-Chief of Capital TV. He has been a familiar face on media for the last 20 years.
He Completed Ph.D in Political Science from JNU (Jawahar Lal Nehru University, New Delhi).
He has a deep knowledge of Politics. Prior contributed for India TV, Jain TV, Chauthi Duniya and Pravakta.com.