मुंबई में हुई विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक के ठीक 24 घंटे बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनीधि स्टालिन ने सनातन धर्म को बीमारी बताते हुए घिनौना बयान दिया. डेंगू-मलेरिया-कोरोना की तुलना सनातन घर्म से की.
भाजपा ने भारत के विपक्षी गुट को निशाना बनाने के लिए डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन की “सनातन धर्म को मिटाओ” टिप्पणी पर छलांग लगा दी है- जिसमें श्री स्टालिन की डीएमके सदस्य है- और इस साल राज्य चुनावों और 2024 के लोकसभा से पहले लाभ प्राप्त कर रही है.
और इसे खत्म करने की बात तक कह डाली. पर घिनौने बयान का समर्थन करने विपक्ष के नेता नजर आए. तो कुछ बड़े नेताओं ने इस सनातन विरोधी बयान पर चुपी साध रखी हैं. तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए गए बयान से बवाल मच गया है.
उदयनिधि के बयान पर बीजेपी और सहयोगी पार्टियों ने INDIA गठबंधन के बड़े नेताओं की खामोशी पर सवाल उठाए हैं. और सवाल लाजमी हैं कि आखिर क्यों चुनावी हिंदु नेता. मंदिर पर जाकर ठोग रचने वाले नेता इस घिनौने बयान पर चुप्पी साध बैठे हैं.