पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के वक्त हुई हिंसा ने ममता बनर्जी को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. मालदा में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटने की घटना पर ममता बनर्जी की सरकार सवालों के घेरे में हैं.
ना ममता बनर्जी ने इसपर कोई जवाब दिया हैं और ना ही कोई एक्शन लिया गया. पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा को लेकर बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमिटी ने अपनी रिपोर्ट जारी कर दी है.
एक आदिवासी महिला का विडियो सामने आने पर बवाल चल रहा है. ममता बनर्जी के DGP सामने आते हैं और ऐसी घटना घटित होने की कोई पुष्टि नहीं करते.
ऐसे कई हिंसा की कहानियां सामने आरही हैं बंगाल से. जिहादियों जुर्गों के डर से लोग बंगाल छोड़ कर भाग रहे हैं. महिलाओं पर इतने अत्याचार तब हो रहे हैं जब प्रदेश कि मुख्यमंत्री खुद महिला हैं. बताया जा रहा है की ये राज्य प्रायोजित घटना है. इस मामले में अभी तक कोई कार्यवाई नहीं हुई है.
फैक्ट फाइंडिंग कमिटी ने अपनी रिपोर्ट में पांच मूल बिंदु लिखे हैं. जिसमें नॉमिनेशन ना करने, नॉमिनेशन कर लिया तो प्रचार नहीं करने दिया गया, अगर प्रचार किया तो लोगों को किडनैप किया गया, बम फेंकें जैसे फैक्ट्स लिखे गए हैं. इस केस को अब NIA, और CBI को दिया जा रहा है.