जदयू अध्यक्ष ललन सिंह पार्टी कार्यालय में I.N.D.I.A का पोस्टर देखकर भड़क गए और मिंटों में उसे हटाने का फरमान जारी कर दिया. दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के पटना स्थित कार्यालय में I.N.D.I.A. गठबंधन का पोस्टर लगा हुआ था. इस पोस्टर लगने की जानकारी मिलने के बाद ललन सिंह भड़क गए.
क्योंकि पोस्टर में नीतीश कुमार समेत विपक्ष के कई नेताओं की फोटो लगी हुई थी. लेकिन ललन सिंह और तेजस्वी यादव का चेहरा नादरद था. पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा था ‘जीतेगा इंडिया’ और ‘चक दे इंडिया’. ऐसे में इस पोस्टर को लगाए हुए करीब आधा घंटा भी नहीं हुआ था कि अचानक आनन-फानन में पोस्टर को उतार दिया गया.
क्योंकि पोस्टर में अपना चहेरा ना होने की बात सुनकर ललन सिंह ने पहले इसकी फोटो मंगवाई. इसके बाद भड़कते हुए उन्होंने यह पोस्टर हटाने का आदेश जारी कर दिया. साथ ही कार्यालय प्रभारी को कार्यालय में कोई भी पोस्टर न लगाने का निर्देश दिया. इतना ही नहीं ललन सिंह जब कार्यालय से जाने लगे तो उमेश कुशवाहा सहित कई कार्यकर्ताओं पर भड़क गए.
‘प्रेसिडेंट ऑफ़ भारत; कहने पर विपक्ष में लड़ाई
राष्ट्रपति भवन में आजित डिनर के इनविटेशन कार्ड पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखे होने पर इन्ही विपक्षी नेताओं को सबसे ज्यादा मिर्ची लग रही है. बार-बार केंद्र सरकार पर आरोप मंढा जा रहा है कि सरकार गलत मंशा से देश का नाम बदलने की कोशिश कर रही है.
लेकिन आज जो ललन सिंह ने किया है उससे ना सिर्फ विपक्षी गठबंधन की थू थू हो रही है. बल्कि विपक्षी दलों का ढोंग भी सामने आ गया है. हालांकि, सवाल यहा ये भी है कि बिहार में इंडिया पोस्टर लगाया गया था तो उसमें ललन सिंह और तेजस्वी यादव की तस्वीर क्यों नहीं लगाई गई थी.
DMK के नेता दे रहे हैं सनातन धर्म विरोधी बयान
डीएमके के एक और नेता ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना HIV से कर डाली है. लेकिन कांग्रेस इसपर मूकदर्शक बनी देख रही है. कांग्रेस की ओर से तो बयान आ गया है कि हर राजनीतिक दल को बोलने की आजादी है. सवाल कांग्रेस पार्टी से किया जाना चाहिए कि अगर उदयनिधि के बचाव के लिए ये बोलने की आजादी का हवाला दे रहे हैं.
नुपुर शर्मा के वक्त ये तर्क कहां चला गया था. पैगंबर मोहम्मद पर नुपुर शर्मा ने जो टिप्पणी की थी उसे लेकर उन्हें सिर तिन से जुदा करने की धमकिया मिलने लगी. अरविंद केजरीवाल ने उदयनिधि के बयान का विरोध कर दिया. खुद को केजरीवाल ने सनातनी बताते हुए उदयनिधि को सीख दे डाली कि किसी की आस्था के खिलाफ नहीं बोलना चाहिए.
हिंदूओं को गाली देने के बाद जहां बीजेपी ने इंडिया को जमकर घेरा तो उसी बीच ममता को केजरीवाल ने जिस तरह से उदयनिधि के बयान से किना किया उससे साफ दिखाई दे गया कि जिस एजेंडे के साथ कांग्रेस हिंदुओं को गाली देकर उभरने की कोशिश कर रही थी वो पूरी तरह से फेल हो गया.
पंजाब की पर्यटन मंत्री अनमोल गगन मान ने राज्य में कॉन्ग्रेस के साथ गठबंधन की बातों से इनकार किया है. अनमोल गगन मान ने साफ कहा कि पंजाब की जनता ने ईमानदार सरकार बनाई है. यहां के कई कॉन्ग्रेस नेताओं पर केस चल रहे हैं. इसलिए लोग कॉन्ग्रेस के साथ किसी भी तरह का गठबंधन स्वीकार नहीं करेंगे.