बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता के लिए जमकर मेहनत की. बिहार से निकलकर अलग अळग राज्यों में जाकर बडे बड़े नेताओं. मुख्यमंत्रियों को मनाया, मुलाकात की, लंबी बातचीत की और उसके बाद सभी को एकजुट कर पहली बार पटना में एक मंच पर एक साथ बिठाया. उसके बाद भी एक बैठक बेगलुरु में हुई.
और अब बारी तीसरी बैठक की हैं जो मुंबई में होनी ही. पर बैठक से पहले ये खबरे थी कि नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाया जाएगा. हालांकि, जब मीडिया ने सवाल पूछा तो उन्होने संयोजक बनने से इंकार कर दिया. पर जो अंदर की खबर हैं वो ये है कि नीतीश कुमार कुछ सपना लेकर. अपने स्वार्थ के लिए वो विपक्ष को एकजुट करने में लगे थे.
संयोजक के नाम पर बड़ी बहस छिड़ी हुई है. बहुत पहले से इंडिया के संयोजक के रूप में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम चर्चा में हैं. कुछ दिनों पहले राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कह दिया था कि संयोजक केवल नीतीश ही बनें, ऐसा ज़रूरी नहीं है.