आम आदमी पार्टी में बवाल भी छिड़ गया है क्योंकि 70,000 करोड़ की लूट पर एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है. पंजाब 70 हजार करोड़ के कर्ज में डूब गया है. उससे भी चौंकाने वाली बात तो ये है कि भगवंत मान हर रोज 100 करोड़ का कर्ज ले रहे हैं.
पंजाब की हालत फ्री का लॉलीपॉप बांटने वाले भगवंत मान ने ऐसी कर दी है कि पंजाब का खर्चा चलाने के लिए भगवंत मान के पास पैसे नहीं बचे हैं. पंजाब के विकास के लिए अब भगवंत मान पीएम मोदी के आगे कटोरा फैला रहे हैं.
इससे पहले पंजाब बीजेपी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आरोप लगाते हुए कहा था कि आप सरकार के बदलाव ने राज्य को वित्तीय संकट में धकेल दिया है. सुनील जाखड़ ने कहा था कि फिजूल खर्ची की वजह से राज्य वित्तीय आपदा के कगार पर पहुंच गया है. मार्च 2022 में आम आदमी पार्टी की सरकार के सत्ता में आने के बाद सिर्फ डेढ़ साल में 50,000 करोड़ से अधिक का कर्जा चढ़ गया है.
प्रधान महालेखाकार कार्यालय की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने खुलासा किया है कि इस 11 हजार 718 करोड़ में से केवल 900 करोड़ रुपए ही रचनात्मक कामों में खर्च किए गए हैं. जबकि 10 हजार 818 करोड़ रुपये फिजूल खर्ची में उड़ाए गए हैं. भगवंत मान सरकार पंजाब के लोगों का पैसा अपने प्रचार पर खर्च कर रही है.
इतना ही नहीं भगवंत मान सरकार लंबित आरडीएफ पर शोर मचाती है. लेकिन लोगों को ये बताने से बच रही है कि 7000 करोड़ से ज्यादा का फंड वो पहले ही मोदी सरकार से हासिल कर चुके हैं. जिसमें से केवल 3000 करोड़ की इस्तेमाल हुआ है. बाकी 4000 करोड़ कहां से इसका हिसाब भी भगवंत मान के पास नहीं होगा.
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने भी भगवंत मान और केजरीवाल के काले चिट्ठे खोल दिए है. नवजोत सिंह सिद्धू ने भी कर्ज को लेकर आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार इनकम से चलती है कर्ज से नहीं. I.N.D.I.A गठबंधन प्रधानमंत्री बदलने के लिए न कि पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने के लिए है.
कांग्रेस ने साफ कह दिया है कि आप के घोटालो से गठबंधन का कोई लेनादेना नहीं है. यानी की कांग्रेस ने भी आप के घोटालों से हाथ खड़े कर लिए है. सिर्फ नंबरगेम के लिए ही केजरीवाल को INDIA गठबंधन में शामिल गया गया है.