इजरायल-हमास के बीच में जंग जारी हैं. इजराइल ने हमास को मिट्टी में मिलाने की कसम खाई हैं. और इस समय भारत जिस प्रकार से इज़राएल का समर्थन कर रहा है. पीएम मोदी का जिस तरह से बयान सामने आ रहा हैं.
इजराइल और हमास के बीच युद्ध का असर भारतीय राजनीति पर भी देखने को मिल रहा है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शरद पवार पर दबाव बनाते हुए कहा कि वह सुप्रिया सुले को हमास की ओर से लड़ने के लिए गाजा भेजेंगे. अब हिमंत बिस्वा सरमा पर उत्तर प्रदेश पार्टी (यूबीटी) के नेता अमिताभ बच्चन ने सरमा पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी फैक्ट्री बदल ली है. साथ ही किला ने बीजेपी को ही हमास बताते हुए कहा कि वह पार्टी आतंक फैला रही है.
उसने सम्पूर्ण कूटनीतिक जगत की नींद उड़ गई है. भारत का समर्थन पाकर इजराइल भी भावूक हैं. पर इसको लेकर हमारे देश मे भी राजनीति हो रही हैं. कह सकते हैं कि इजराइल हमास के युध्द में भारत भी दो गुटों में बंट गया हैं. एक वो गुट हैं जो पीएम मोदी के साथ सर्मथन देकर इजराइल के साथ खड़े हैं. और दुसरा वो गुट हैं. जो आंतक का समर्थन कर रहे हैं.
इजरायल और हमास के बीच युद्ध का असर भारतीय राजनीति में भी देखने को मिल रहा है. हमारे देश मे कुछ लोग हमास का समर्थन कर रहे हैं. समर्थन में विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा हैं. संजय राउत ने तो भाजपा को ही हमास बता दिया और कहा कि वह पार्टी आतंक फैलाती है. कई तरह की बयानबाजी हो रही हैं.