संजय सिंह के पास तो कागजात थे. जिन्हे वो दिखाने की धमकी देते थे. लेकिन अब जब ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया तो कहां है संजय सिंह के सबूत कहां हैं वो कागजात जिन्हें चंद मीडिया के आगे चकमाते थे.
लेकिन चंद घंटों बाद संजय सिंह की सारी हेकड़ी निकलने वाले हैं. क्योकि ईडी को ऐसा सबूत हाथ लग गया है जिससे शराब घोटाले पर बहुत बड़ा खुलासा होने वाला है. ना सिर्फ संजय सिंह बल्कि केजरीवाल का खेल भी खत्म होने वाला है. शराब घोटाले का असली मास्टरमाइंड ईडी के हत्थे चढ़ गया है. 10 घंटे तक इडी ने संजय सिंह से पहले दिन जो पूछताछ की उसमे कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं जिसमें अब केजरीवाल का बचना भी मुश्किल है.
दरअसल शराब घोटाले में अब आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाने की तैयारी चल रही है ED के सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी इसके लिए कानूनी सलाह ले रही है. सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले ED से पूछा था कि अगर PMLA के तहत शराब नीति से एक राजनीति पार्टी को फायदा पहुंचा. तो फिर वो पार्टी इस केस में शामिल क्यों नहीं है.
अगली बारी शराब घोटाल में नपने की या तो केजरीवाल की होगी. या फिर राघव चड्ढा की. दरअसल ईडी बस संजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए सही वक्त का इंतजार कर रही थी. और ये सही वक्त दिऩेश अरोड़ा के खुलासे के बाद सामने आया. दिनेश अरोड़ा शराब घोटाले में मुख्य आरोपी था. जो बाद में सरकारी गवाह बन गया. और उसने जो खुलासे किए उससे केजरीवाल की गैंग की लुटिया ही डूब गई.
दरअसल दिनेश अरोड़ा सबसे पहले केजरीवाल के घर पर संजय सिंह से मिला था. उसके बाद संजय सिंह ने ही दिनेश अरोड़ा की मुलाकात मनीष सिसोदिया से करवाई थी. इन लोगों की मुलाकात चुनाव से पहले AAP नेता के आयोजित फंड जुटाने के कार्यक्रम में हुई थी. संजय सिंह के कहने पर दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली में आगामी चुनावों के लिए पार्टी फंड इकट्ठा करने के लिए कई रेस्तरां मालिकों से बात की. इतना ही नहीं उसने 32 लाख रुपये का चेक भी सिसोदिया को सौंपा.
अब केजरीवाल मीडिया के आगे नौटंकी दिखाते हुए कह रहे हैं कि जबसे INDIA अलायंस बना हुआ है, तबसे प्रधानमंत्री बुरी तरह बौखलाए हुए हैं, क्योंकि उन्हें अपनी हार साफ नजर आ रही है. संजय सिंह की गिरफ्तारी बिलकुल गैर कानूनी है. ये मोदी जी की बौखलाहट दर्शाता है. चुनाव तक ये कई विपक्ष नेताओं को गिरफ्तार करेंगे.
बीजेपी ने संजय सिंह की गिरफ्तारी को सत्य की जीत बताया है. पार्टी ने संजय सिंह को शराब घोटाले के सरगनाओं में एक बताया था. बीजेपी ने कहा कि दिनेश अरोड़ा के सरकारी गवाह बनने के बाद ऐसा लगता है कि सीबीआई को पुख्ता सबूत मिल गए हैं. दिनेश अरोड़ा और राघव रघुनाथ के सरकारी गवाह बनने से दिल्ली के शराब घोटाले में दक्षिण भारतीय लॉबी का गठजोड़ भी खुल जाएगा और कानून की डोर जल्द ही दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल तक भी पहुंचेगी.