आम तौर पर विवादों में रहने वाली बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत अपने अभिनय के बल पर वो मुकाम हासिल करती जा रही हैं जो महानायक अमिताभ बच्चन भी अपने 50 साल के लंबे फिल्मी करियर में नहीं कर पाए। कंगना ने अपनी कड़ी मेहनत से पहले तो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अपने नाम किया और आज यानी सोमवार को उन्हें देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
कंगना ने अपने अभी तक के करीयर में तीन और राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम किए हैं। उन्होंने 2008 में फैशन के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का पुरस्कार, 2014 में क्वीन के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार और 2015 में तनु वेड्स मनु रिटर्न्स का पुरस्कार हासिल कर चुकी हैं ।
पद्मश्री सबका मुंह बंद करेगा
पद्मश्री हासिल करने के बाद कंगना ने कहना है कि ये पुरूस्कार बहुत सारे लोगों का मुंह बंद करने वाला है। अपने करियर और बॉलीवुड पर हमला बोलते हुए कंगना बोलीं- ‘जब मैंने एक छोटी सी उम्र में अपना करियर शुरू किया था, तब लंबे समय तक मुझे सफलता नहीं मिली थी. 8-10 साल बाद मुझे जब सफलता मिली, तो उस सफलता का मजा न लेते हुए, जिन चीजों पर मैंने काम करना शुरू किया, वो थीं- कई फेयरनेस प्रोडक्ट्स को मना किया और उनका बहिष्कार किया. आइटम नंबर्स का बहिष्कार किया. बड़े-बड़े हीरो और बड़े प्रोडक्शन की फिल्मों में काम करने से मना कर दिया.’
कंगना ने यह भी बताया कि कैसे वह अक्सर सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय देती हैं और अभी भी उनके खिलाफ कई कानूनी मामले दर्ज हैं।
ये सम्मान एक ज़िम्मेदारी है
कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, सामाजिक सेवा और सार्वजनिक मामलों सहित गतिविधि के विभिन्न क्षेत्रों में उनके विशिष्ट योगदान के लिए भारत के नागरिकों को पद्म श्री से सम्मानित किया जाता है। जो एक ज़िम्मेदारी से कम नहीं होता और इसी के साथ समारोह में कंगना के अलावा सिंगर अदनान सामी और फिल्म मेकर एकता कपूर को भी पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।